नाभि खिसकना एवं योग चिकित्सा

नाभि खिसकना एवं योग चिकित्सा

नाभि खिसकना या धरण जाना आयुर्वेद और प्राकृतिक उपचार पद्धति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। नाभि को मानव शरीर का केंद्र माना जाता
है। नाभि स्थान से शरीर की बहत्तर हजार नाड़ियों जुड़ी होती है। यदि नाभि अपने स्थान से खिसक जाती है तो शरीर में कई प्रकार की समस्या
पैदा हो सकती है। ये समस्या किसी भी प्रकार दवा लेने से ठीक नहीं होती। इसका इलाज नाभि को पुनः अपने स्थान पर लाने से ही होता है।
आधुनिक चिकित्सा पद्धति में इसे नहीं माना जाता है। परंतु आज भी इस पद्धति से हजारों लोग ठीक होकर लाभ प्राप्त कर रहे है।

योगा डिग्री धारकों ने उठाई योग शिक्षक भर्ती की मांग

योगा डिग्री धारकों ने उठाई योग शिक्षक भर्ती की मांग

       उत्तर प्रदेश में लखनऊ में हिने वाले विश्व योग दिवस पर प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के लखनऊ आगमन से पहले योग में डिहरी डिप्लोमा धारियों ने मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से प्रदेश के सभी स्कूलों में योग शिक्षक की भर्ती की मांग की है

Pages