थाइरोइड और उससे होने वाले विकार
हाइपो थाइरोइड (निष्क्रिय थाइरोइड)
Hypothyroidism (underactive thyroid)
हाइपर थाइरोइड (अतिसक्रिय थाइरोइड)
Hyperthyroidism (overactive thyroid)
हाइपो थाइरोइड के लक्षण Symptoms of Hypothyroidism)
आपको दैनिक दिनचर्या में कुछ भी करने के प्रति उत्साह का अभाव लगता हो,
हर काम में सुस्ती एवं नकारात्मक दृष्टिकोण हो,
यद्यपि आप पहले की तरह ही अपने दैनिक कार्य करते हैं फिर भी आपको ज़्यादा थकान महसूस होती है,
आप यह समझने में बिलकुल नाकाम रहते हैं कि आपको कब्ज़ की शिकायत क्यों हो रही है,
आपके मित्र अचानक आपके बढ़ते हुए वज़न पर ध्यान देने लगते हैं और आप यह समझा नहीं पाते कि इसका क्या कारण है क्योंकि आपके भोजन की मात्रा भी नहीं बढ़ी है।शीशे में स्वयं को देखने पर आपको अपना चेहरा फूला हुआ दिखता है,
आपके मासिक धर्म चक्र अनियमित हो सकते हैं,
आपके चेहरे पर अचानक बालों में वृद्धि होने लगती है, जिससे आप शर्म महसूस करते हैं,
अपने गले में सूजन दिखाई देने लगती है।
हाइपो थाइरोइड उपचार के लिए योगाभ्यास
थाइरोइड विकार के लक्षणों को कम करने में कैसे सहायता कर सकते हैं।
ध्यान दें: ज़्यादातर योगासन हाइपो एवं हाइपर थाइरोइड दोनों के मरीज़ों के लिए अच्छे माने जाते हैं, फिर भी विशेष रूप से निम्नलिखित कुछ लाभदायक आसनों का प्रयोग करें। स्वयं को केवल इन्हीं आसनों तक सीमित न रखेंl
अपनी अवस्था के अनुसार और आसनों के बारे में जानने के लिए योग शिक्षक से संपर्क करें।
हाइपो थाइरोइड लक्षणों के लिए निम्नलिखित आसनों का अभ्यास करें
*सर्वांगासन
यह आसन इस स्थिति में सर्वाधिक उपयोगी माना जाता है। इस आसन से पड़ने वाले दबाव थाइरोइड ग्रंथियों को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करता है और दिमाग में पाये जाने वाली ग्रंथियों को भी सही तरीके से कार्य करने में सहायता करता है, जैसे कि पीयूष (पिट्यूटरी) व शीर्ष (पीनियल) ग्रन्थियां जिनका प्रभाव थाइरोइड ग्रंथियों पर नियंत्रण पाने में होता है।अन्य उपयोगी आसान हैं:
विपरीतकर्णी, शीर्षासन, मत्स्यासन, हलासन, मर्जरी आसान,तेज़ गति से सूर्य नमस्कार करने से वज़न नियंत्रित किया जा सकता हैl
इन आसनों के अतिरिक्त प्राणायम जैसे कपालभाती, नाड़ी शोधन,भस्त्रिका ऐवम उज्जयी श्वास भी हाइपो थाइरोइड के लक्षणों को नियंत्रण में रखने की मदद करते हैं।
हाइपर थाइरोइड के लक्षण हैं
जब आप भोजन ज़रुरत से ज़्यादा या सामान्य से कम करते हैं,
भूख में अचानक परिवर्तन,
चाहे आप जितना भी ज़्यादा भोजन ग्रहण करें आप दुबले पतले बने रहते हैं,
रात को सोने में कठिनाई,
आपको असामान्य रूप से पसीना आता हो,
आप छोटी छोटी चीज़ों से तनाव, हड़बड़ाहट एवं जल्दबाज़ी में रहते हैं।
हाइपर थाइरोइड उपचार के लिए योगासन
सेतुबंध, मर्जरीआसान, शिशुआसन, शवासन, मंत्र उच्चारण के साथ धीमी गति से किया गया सूर्य नमस्कार शांत एवं सुख प्रभावी होता है।
उज्जयी, ब्रह्मरी , अनुलोम विलोम एवं शीतलता प्रदान करने वाले प्राणायाम जैसे कि शीतली और शीतकारी हाइपर थाइरोइड के लक्षणों का मुकाबला करने में अत्यधिक सहायक होते हैं।
हाइपो एवं हाइपर थाइरोइड (hypo and hyperthyroidism), दोनों के लिए कुछ मिनट का नियमित ध्यान करना भी लाभदायक है यहाँ पर वास्तव में ध्यान ही आपकी इच्छा शक्ति को मज़बूत बनाने में मदद कर सकता है।
थाइरोइड विकार के लोगों के लिए भोजन सुझाव
अपने भोजन में उच्च रेशे वाला भोजन सम्मिलित करें।भोजन में वसा एवं कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम करें।ताज़े फल और हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का सेवन करें, फूलगोभी, पत्तागोभी एवं ब्रोक्कोली का सेवन हाइपो थाइरोइड में कम से कम करें।मांसाहारी भोजन, दूध एवं दूध से बने पदार्थ के उपयोग की मात्रा सीमित करें (वसा रहित दूध की सलाह दी जाती है)।
आप ओम का ध्यान भी कर सकते हैं।