मधुमेह नियंत्रण में योग चिकित्सा कारगर
योग विशेषज्ञों ने मधुमेह रोगियों को सलाह दी है कि वह योग करके इस रोग की तीव्रता को कम कर सकते हैं। केवल 15 दिन तक प्रत्येक दिन 45 मिनट का योग उनके रक्त में मधुमेह की मात्रा में चमत्कारी प्रभाव डाल सकता है।
कुछ रोगियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने योग के बाद मधुमेह दवाएं लेना भी कम कर दी हैं, भारत के शहर कर्नाटक के जीगानी में स्थित इस व्यासा योग विश्वविद्यालय से जुड़े डॉक्टर वेनोगोपाल विजय कुमार ने कहा है कि योग सिर्फ एक क्लास भी रक्त मे मधुमेह की मात्रा में प्रभावित हो सकती है जब कि 10 दिन लगातार योग से बहुत अंतर पड़ सकता है लेकिन उन्होंने मधुमेह के प्रभावी नियंत्रण के लिए तीन से चार महीने तक योग सत्र पर जोर दिया।
इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण सर्वेक्षण जर्नल ऑफ डाईबेटकस एंण्ड मिटाबोलिक सिंड्रोम में प्रकाशित हुआ है जिसमें 1292 लोग शामिल थे। उन मे से कुछ मधुमेह के शिकार थे या पीड़ित होने वाला थे अर्थात ऐसे मरीज जिनके रक्त में मधुमेह की मात्रा और भी खराब रहती है लेकिन वे नियमित उसके मरीज नहीं होते।
अनुसंधान से पता चला कि योग दोनों दशाओं को समाप्त करता है, हरिगावसेशन सत्र में रोगियों के पहले और बाद में रक्त ग्लूकोज मापा गया, जिन लोगों ने दस दिन तक योग और उसकी क्लासे लें उनके फ़ासटिंग प्लाज्मा ग्लूकोज (एफ पी जी ) में 10 प्रतिशत कमी देखी गई।
अनुसंधान से पता चला कि योग टाइप टू मधुमेह के खिलाफ भी भरपूर कारगर साबित होता है। इस अध्ययन में विभिन्न पृष्ठभूमि से संबंध रखने वाले हर उम्र के लोग मौजूद थे। इसके अलावा योग मानसिक तनाव कम करने और तनाव हार्मोन भी कमी करता है जब कि यह शरीर की आंतरिक जलन भी समाप्त करता है।
साभार हिन्द खवर