योगी आदित्यनाथ जी प्रदेश के स्कूलों में क्या योग शिक्षा अनिवार्य कर सकते है ?
गोरखनाथ के गोरक्षपीठ की पहचान नाथ संप्रदाय के एक अहम स्तंभ तथा एक मठ से ज्यादा एक बड़े शैक्षणिक केंद्र के रूप में भी है. शिक्षा की यह जोत गोरखनाथ मंदिर केवल पूर्वांचल में ही नहीं, बल्कि कई देशों में भी जगाए हुए है. देश के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा सात अन्य देशों में भी योग के ज्ञान का प्रचार गोरखनाथ मंदिर की तरफ से किया जा रहा है. वहीं मंदिर में ही संचालित योग विद्या केंद्र में रोजाना 100 से अधिक लोग योग सीखते हैं. योग केंद्र का पूरा पूरा संचालन एवं प्रचार-प्रसार यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशन में चलता आ रहा है.
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मोदी जी की तारीफ करते हुए योगी जी ने कहा था कि इस समय दुनिया के 190 देश भारत के निर्देशन में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग कर रहे हैं और यह हम भारतीयों के लिए अत्यंत गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि योग भारतीय मनीषियों की आध्यात्मिक चेतना का एक ऐसा प्रतिबिम्ब है जिसे प्रत्येक मानव उपासना पद्धतियों के बिना किसी विरोध के स्वीकार कर रहा है।यह शारीरिक, मानसिक, नैतिक एवं आध्यात्मिक अनुशासन की ऐसी पद्धति है जिसके द्वारा मन और शरीर पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है और अन्तत: सत्य की अनुभूति तथा प्रत्येक प्रकार के बंधनों से पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति की जा सकती है। यह साधना पद्धति उतनी ही प्राचीन और सनातन है जितनी की भारतीय संस्कृति की।
योग में इस रूचि को देखते हुए ऐसा लगता है की प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर अब योग के क्षेत्र में योगी जी कुछ अच्छा कर सकते है I यदि स्कूलों में योग अनिवार्य विषय वनाया जाता है तो योग में डिग्री , डिप्लोमा धारियों को रोजगार मिलेगा I योगी जी के मुख्यमंत्री बनने पर प्रदेश के योग में डिग्री डिप्लोमा धारियों में खास उत्साह है I