प्रतिदिन हलासन से अपने पाचनतंत्र को मजबूत बनाये

हलासन के फायदे 

जैसा की इसका नाम है,हलासन। ये दो शब्दो 'हल' और 'आसन' से मिलकर बना है...हल जिससे किसान खेत जोतता है और आसन मतलब बैठना। इस आसन को अंग्रेजी में 'प्लो पोज' कहा जाता है। यह योगासन करने से आपका पाचन तंत्र तो मजबूत होता ही है साथ ही में शरीर को कई और फायदे भी होते हैं।

हलासन करने का तरीका
सबसे पहले एक समतल स्थान पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को जमीन पर ही रखें।
अब अपने पैरों ऊपर की ओर उठाएं फिर धीरे-धीरे पीछे की ओर ले जाएं।
अपने पैरों को पीछे जमीन पर लगाने की कोशिश करें।
अपनी क्षमतानुसार कुछ देर इसी अवस्था में रहें और फिर वापस साधारण मुद्रा में आ जाएं।

हलासन करते समय रखें ये सावधानियां
इस आसन को करते समय अपने ऊपर ज्यादा दबाव न डालें धीरे-धीरे अभ्यास करते हुए कुछ समय बाद यह आसन आप आराम से कर पाएंगे।
यदि आपकी गर्दन में किसी तरह की तकलीफ या चोट है तो यह आसन न करें। 
डायरिया, बीपी और अस्थमा की स्थिति में ये आसन न करें।
इस आसन को करने के लिए आप किसी प्रशिक्षक की मदद भी ले सकते हैं।
इस आसन को सुबह के समय खाली पेट करना सही रहता है।
यदि आप शाम के समय यह आसन कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि 3 से 4 घंटे पहले खाने का अंतर हो और अभ्यास से पहले शौच अवश्य कर लें।
 
हलासन के फायदे 
इस आसन को करने से पाचन तंत्र के अंगों को एक तरह की मसाज मिलती है जिससे आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है।
हलासन करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, जिससे आपका वजन भी नियंत्रित होता है।
ये आसन मधुमेह के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है।
इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है।
इस आसन को करने से कंधों और कमर दर्द में आराम मिलता है, इसके अलावा ये थायरॉयड ग्रंथि से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी सहायक है।