योग से पायें स्वस्थ घुटने
घुटना दर्द के कारण
ज्यादा चलने-फिरने, सीढ़ियां ज्यादा चढ़ने, ज्यादा सैर करने या दौड़ने, वज़न उठाने, गलत व्यायाम करने, शरीर का वजन बढ़ने, किसी भी तरह से घुटनों का ज्यादा प्रयोग करने आदि से कई बार घुटनों के जोड़ों में स्थित काटिर्लेज का क्षय होने लगता है। हड्डियां आपस में जुड़ने व टेढ़ी होने लगती हैं। घिसा हुआ काटिर्लेज घुटने के जोड़ के अंदर की ओर अथवा बाहर की ओर दर्द पैदा कर सकता है। झटका लगना अथवा मोच- अचानक अथवा अप्राकृतिक ढंग से मुड़ जाने के कारण लिगमेंट में मामूली चोट व जोड़ में इंनफेक्शन व यूरिक ऐसिड की अधिक मात्रा आदि दर्द के कारण होते हैं।
खानपान एवं सावधानियाँ
दर्द होने पर पालक, अखरोट, दालचीनी, धनिया, हल्दी, अदरक, मैथी दाना बड़ा लाभकारी होता है। खानपान में विटमिन डी व सी की मात्रा को बढ़ाना चाहिए। दर्द निवारण तेल की रोज़ मालिश करनी चाहिए। खान-पान का ध्यान रखें जैसे भिन्डी, अरबी, फूल गोभी, आलू, चावल, दही, मठ्ठा, छाछ, लस्सी, कढ़ी, राजमा, उड़द की दाल आदि वातवर्धक भोजन ना खाएं। नमक व चीनी का सेवन कम करें। घुटने मोड़कर नहीं बैठें। वज्रासन, सुखासन, कागासन आदि ऐसे आसन जिसमें घुटने मुड़ते हों, उनका अभ्यास न करें।
जमीन पर बैठने वाला कोई भी कार्य न करें। सीढ़ियां चढ़ना व ज्यादा चलने से बचें। बर्फ और गर्म पैड्स लगाएं, जो दर्द और सूजन कम करने में सहायक होते हैं। घुटने को ज्यादा हिलने-डुलने से बचाने के लिए ब्रेस पहनें। यदि शरीर का वजन ज्यादा हो, तो उसे कम करें। ज्यादा लंबे समय तक खड़े ना रहें। करवट के बल सोते समय घुटनों के बीच तकिया रख लें। ऊंची एड़ी के जूते-चप्पल न पहनें।