फर्टिलिटी में भी मददगार होता है योग

 गर्भवती होने की कोशिश करने की प्रक्रिया में, योग  मददगार हो सकता है।

शोध के अनुसार, यदि आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं तो एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। एक स्वस्थ जीवन शैली में फिट होना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सहनशक्ति को बहाल करने में मदद करता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। गर्भवती होने की कोशिश करने की प्रक्रिया में, व्यायाम मददगार हो सकता है।

 मातृत्व जीवन में सबसे धन्य अनुभवों में से एक है। लेकिन हर कोई इसका अनुभव नहीं कर पाता। तनावपूर्ण जिंदगी, व्यस्त कामों की सूची और खानपान की खराब आदतों ने कई लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित किया है. उसके नतीजे में लोगों को प्रजनन क्षमता से संबंधित मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है. रिसर्च के मुताबिक, गर्भधारण की कोशिश में हेल्दी लाइफस्टाइल को बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है. हेल्दी लाइफस्टाइल में फिट होना तो और भी ज्यादा अहम क्योंकि ये स्टैमिना को बरकरार करने में मदद करता है और ऊर्जा लेवल बढ़ाता है. प्रेगनेन्ट होने की कोशिश में व्यायाम फायदेमंद हो सकता है. अधिक वजह होने पर निर्धारित डाइट के साथ समझदार व्यायाम कार्यक्रम का मिश्रण गर्भधारण करने में आपकी मदद कर सकता है. योग का आसन आपके शरीर और दिमाग को एक मेहमाननवाज और शांत शरीर विकसित करके प्रसव के लिए तैयार करता है. योगाभ्यास सकारात्मकता को बढ़ावा देता है जब आप प्रजनन संबंधी मुद्दों से जूझ रहे होते हैं. योगासन आपके शरीर और दिमाग को प्रसव के लिए शांत शरीर उपलब्ध कराकर तैयार करता है. योग के अभ्यास फर्लिटिली से जुड़ी समस्याओं का मुकाबला करने में सकारत्मकता को बढ़ावा देते हैं.यौगिक अभ्यास गर्भाशय और अंडाशय को उत्तेजित करते हैं पीठ की मांसपेशियों का व्यायाम करता है और उन्हें मजबूत करता है यह विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है कमर और कूल्हों को लचीलापन प्रदान करता है गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत और रीढ़ को अधिक लचीला बनाता है प्रजनन अंगों को अधिक रक्त की आपूर्ति की जाती है मूड में सुधार करता है और अवसाद, तनाव और मिजाज को कम करता है सुचारू वितरण की सुविधा देता है।

योग आसन के कई फायदे हैं. हालांकि, प्रजनन से जुड़े मामलों में ये कई तरीकों से मदद कर सकता है

योग के अभ्यास यूटेरस और ओवरी को उत्तेजित करते हैं. 

योग के व्यायाम पीठ के मसल को मजबूती प्रदान करते हैं.

जहरीले पदार्थों को निकालकर शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है.

योगाभ्यास कमर और कूल्हों का लचीलापन उपलब्ध कराता है. 

ये गर्दन की मसल्स को मजबूत और रीढ़ को अधिक लचीला बनाता है. 

प्रजनन अंगों को ज्यादा ब्लड की आपूर्ति होती है. 

ये मूड को सुधारता है और डिप्रेशन, तनाव और मूड में बदलाव को कम करता है. 

योग के अभ्यास सरल और सेफ डिलीवरी को सुनिश्चित कराते हैं.