आयुर्वेद

आयुर्वेद आयुः तथा वेद इन दो शब्दों के मिलने से बना है I आयुर्वेद शब्द का अर्थ है जीवन - विज्ञान। आयुर्वेद का उल्लेख वेदों में विस्तृत रूप से वर्णित है। आयुर्वेद का वर्णन विभिन्न वैदिक मंत्रों में भी मिलता है , जिनमें संसार तथा जीवन, रोगों तथा औषधियों का वर्णन किया गया है। आज विश्‍व का ध्यान आयुर्वेदीय चिकित्सा प्रणाली की ओर आकर्षित हो रहा है, जिसके तहत उन्होनें भारत की अनेक जडीबूटियों का उपयोग अपनी चिकित्सा में करना शुरू कर दिया है।

गौमूत्र की चिकित्सा शास्त्र में उपयोगिता

गौमूत्र की चिकित्सा शास्त्र में उपयोगिता

 महाभारत युग नकुल में प्रसिद्ध गाय मूत्र चिकित्सक के रूप में जाना जाता थे . भारतीयों का मानना ​​है कि गोमूत्र पवित्रता और शुद्धता को बढ़ाती है जब आंगन और घर में फैला है.गाय मूत्र अद्भुत गुण है. यह बहुत मजबूत विष, उप विष, धातु, और उप धातु, रास, maharas, और astrologist पत्थर की शुद्धि में प्रयोग किया जाता है. जहरीले पदार्थ जहर 3 से 7 दिन के भीतर कम अगर भारतीय विधि के अनुसार इसके साथ शुद्ध हो गया है.

यूरिया - यूरिया मूत्र में पाया एक प्रमुख तत्व है और प्रोटीन चयापचय के अंत उत्पाद है. यह मजबूत एंटीबायोटिक एजेंट है.

गौमाता आयुर्वेद चिकित्सा की जननी हैं

गौमाता और आयुर्वेद चिकित्सा

गौमाता की सहायता से चिकित्सा कार्य के अनुभूत प्रयोग वर्णित हैं। इन्हें ध्यान में लेने पर सहज ही समझा जा सकता है 

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