योग-भारती का उद्देश्य प्राचीन भारतीय योग व नेचुरोपैथी को आधुनिक वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में अध्ययन-शिक्षण, एवम् गहन शोध हेतु विश्वस्तरीय शिक्षण स्थापित करना है तथा योग को विज्ञान, चिकित्सा- विज्ञान, कला, एवम् खेलों के रूप में विकसित करना है साथ ही संस्था का उद्देश्य योग-साधना, ध्यान, संयम, सदाचार, शाकाहार, संस्कृति एवम् संस्कारों को वढाबा देना है जिससे रोग मुक्त, स्वस्थ एवम् समृद्ध समाज का निर्माण हो सके|
योगाभ्यास के अंत में जरूर करे शवासन
Submitted by yogbharati on Sat, 11/27/2021 - 20:28योग अभ्यास में शवासन सबसे आसान मुद्रा मानी जाती है। लेकिन अगर आप व्यायाम करने के बाद इसे नहीं करते हैं, तो यह गलत है। इस आसन में एक मृत शरीर की भांति लेटे रहना पड़ता है। अक्सर समय की कमी के कारण अधिकांश लोग इस आसन को स्किप कर देते हैं। जबकि ऐसा करना सही नहीं है। योगासन करने के बाद अपने थके हुए शरीर को थोड़ी देर विश्राम देने के लिए शवासन करना जरूरी है। एक सही योगासन का चक्र मुद्राओं के साथ शुरू होकर विश्राम पर अंत होना चाहिए।
शवासन