कैबिनेट में पास होगी योग चिकित्सा नियमावली
आयुष राज्यमंत्री धर्म सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में जल्द हीयोग को एक चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित करने के लिए योग प्राकृतिक चिकित्सा नियामावली भी बनाई जा रही है। इसके लिए कमिटी का गठन कर दिया गया है। कमिटी जब अपनी रिपोर्ट सौंपेगी तो उसे कैबिनेट में पास कर लागू कर दिया जाएगा। धर्म सिंह सैनी एलयू के मालवीय सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में बोल रहे थे।
एलयू के मावन चेतना और योग विज्ञान संस्थान की ओर से शुक्रवार को योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा संधि विकारों का प्रबंधन विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार हुआ। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में धर्म सिंह सैनी ने कहा कि आज जो भी योग को नहीं अपनाएगा, वह 60 साल से अधिक नहीं जी पाएगा।
जिम की एक्सर्साइज़ से बेहतर है योग
इंडियन अकैडमी ऑफ योग के महासचिव राना गोपाल ने कहा कि एक घंटा जिम में एक्सर्साइज़ करने से बेहतर है एक घंटा योग किया जाए। जिम में एक घंटा बिताने के बाद थकावट लगेगी जबकि योग के बाद आप खुद को फ्रेश महसूस करेंगे। वहीं मोटापा, दमा, आर्थराइटिस समेत कई बीमारियों से भी योग निजात दिलाता है। गुरुकुल कांगड़ी विवि के डीन प्रफेसर ईश्वर भारद्वाज ने कहा कि योग सिर्फ आसन नहीं बल्कि पूरा आचरण हैं। आसन तो सिर्फ योग का एक हिस्सा हैं। योग मन से शुरू होता है और डायट तक योग का हिस्सा है।