लोगों को सामूहिक रूप से योग सिखाएंगे एम्स दिल्ली के विशेषज्ञ
मधुमेह व हाइपरटेंशन की बढ़ती बीमारी पर योग से अंकुश लगाने के लिए एम्स ने एक अहम कदम उठाया है। इसके तहत संस्थान के डॉक्टर व योग विशेषज्ञ लोगों के बीच समुदाय में पहुंचकर उन्हें योग करना सिखाएंगे। पायलट परियोजना के तौर पर दक्षिणी दिल्ली स्थित दक्षिण पुरी में पहला मॉडल सेंटर शुरू होगा। 13 दिसंबर को एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया इसका शुभारंभ करेंगे।
केंद्र सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग की मदद से एम्स के इंटीग्रेटेड मेडिसिन सेंटर व कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग ने मिलकर इस परियोजना की रूपरेखा तैयार की है। परियोजना के प्रमुख व कम्यूनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. पुनीत मिश्रा ने कहा कि शोधों से अब यह बात साबित हो चुकी है कि मधुमेह व हाइपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करने में योग मददगार है। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए पैसा खर्च करके योग स्टूडियो में जाना या जिम में व्यायाम करना संभव नहीं है, इसलिए योग व ध्यान के नौ ऐसे मॉड्यूल तैयार किए गए हैं, जो मधुमेह व ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मददगार होंगे।उन्होंने कहा कि अंबेडकर नगर के पास दक्षिणपुरी में एम्स का अर्बन हेल्थ सेंटर है, जहां योग का मॉडल सेंटर शुरू किया जाएगा। यहां पहले साल में 400 लोगों को योग कराने का लक्ष्य है। प्रतिदिन योग के तीन से चार सत्र होंगे। दो सप्ताह तक प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें घर में योग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कम हो जाएंगी दवाएं योग करने से पहले और योग के बाद लोगों का ब्लड प्रेशर, शुगर, कॉलेस्ट्रॉल इत्यादि की जांच की जाएगी। इस तरह एम्स के डॉक्टर बताएंगे कि योग से उन्हें क्या फायदा हुआ। डॉक्टर कहते हैं कि योग करने पर मधुमेह के मरीजों की दवा 50 फीसद तक कम हो सकती है। डॉ. पुनीत मिश्रा ने कहा कि यह परियोजना सफल होने पर ऐसे मॉडल सेंटर दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में शुरू होंगे। 7.2 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित
एक अनुमान के मुताबिक देश में करीब 7.2 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे वर्ष 2015-16 की रिपोर्ट के अनुसार देश में 15 से 49 वर्ष तक की उम्र की छह फीसद महिलाएं व आठ फीसद पुरुष मधुमेह से पीड़ित हैं। वहीं 11 फीसद महिलाएं व 15 फीसद पुरुष हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं। यह दोनों ही बीमारियां लकवा व हृदय की बीमारी का बड़ा कारण हैं। 50 मिनट के योग में पांच मिनट ओम का उच्चारण
लोगों को प्रतिदिन 50 मिनट योग कराया जाएगा। इसमें सांस का योग, अर्धच्रकासन, वक्रासन, त्रिकोणासन, अर्धमत्स्येंद्रासन, प्राणायाम इत्यादि शामिल है। पांच मिनट ओम का उच्चारण भी कराया जाएगा।
साभार -दैनिक जागरण