भारत देश में तीन लाख योग प्रशिक्षकों की कमी : एसोचैम सर्वेक्षण

 भारत  देश में तीन लाख योग प्रशिक्षकों की कमी  : एसोचैम सर्वेक्षण

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले एसोचैम ने सर्वेक्षण  एक अध्ययन में दावा किया है कि देश में तीन लाख योग प्रशिक्षकों की कमी है। वहीं देश को कुल पांच लाख प्रशिक्षकों की जरूरत है। 

एसोचैम के मुताबिक अंतरार्ष्ट्रीय योग दिवस जहां इसकी लोकप्रियता को बढ़ा रहा है, उससे योग तेजी से ‘फिटनेस की नई मुद्रा’ बन रहा है। जिस तरह से योग दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहा है, उस हिसाब से प्रशिक्षित योग प्रशिक्षकों की कमी होती जा रही है। अध्ययन में दावा है कि चर्चित हस्तियों को योग सिखाने की बढ़ती लोकप्रियता ने इसे एक आकर्षक पेशा बना दिया है। योग प्रशिक्षक निजी कक्षाओं के लिए अपने अनुभव के आधार पर किसी भी दर से शुल्क ले सकते हैं। आज योग देश भर के लोगों की जीवनशैली का आंतरिक हिस्सा है और योग स्टूडियो और निजी योग कोचिंग कक्षाओं की बढ़ती संख्या इसका प्रमाण है। 

सोचैम के अध्ययन में कहा गया है कि प्रसिद्ध हस्तियों को योग सिखाने की बढ़ती लोकप्रियता ने इसे एक आर्कषक पेशा बना दिया है. योग प्रशिक्षक निजी कक्षाओं के लिए अपने अनुभव के आधार पर चार्ज कर रहे है.

आज योग देश भर के लोगों की जीवनशैली का हिस्सा है. बढ़ते योग स्टूडियो और निजी योग कोचिंग की संख्या इसका प्रमाण है. बहुत सारे लोग योग कक्षाओं में 5,000 रुपये से लेकर 25,000 रुपये तक खर्च करने को तैयार हैं. क्योंकि वे इसे अपनी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक भलाई में किया गया निवेश मानते हैं.