रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है योग

योग एंड वेलनेस कोविड-19 के संदर्भ में, विषय पर वेबिनार

यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र रांची विश्वविद्यालय के की ओर से सोमवार को- योग एंड वेलनेस कोविड-19 के संदर्भ में, विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय मौजूद थे। अध्यक्षता मानव संसाधन विकास केंद्र के निदेशक डॉ ज्योति कुमार ने की।कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि कोविड-19 के काल में योग के अभ्यासों और प्राकृतिक परंपराओं के अनुपालन से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का व्यापक विकास हुआ है, जिससे लोग कोरोना वायरस से लड़ने में अपने आप को सक्षम पा रहे हैं। 21वीं सदी में योग विज्ञान एक नए स्वरूप में विश्व को भारत के विस्तृत ज्ञान दर्शन का अनुभव करा रहा है। प्रति कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि जब भी योग का नाम आता है तो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का विचार साथ-साथ आता है और कोविड-19 के समय में लोगों ने इसकी आवश्यकता महसूस की है। इसके बारे में व्यापक चर्चा होनी चाहिए। छात्र-छात्राओं को भी इस विषय के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। डॉ ज्योति कुमार ने कहा कि यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र रांची विश्वविद्यालय में योग और वेलनेस पर शॉर्ट टर्म कोर्स प्रारंभ किया है। तकनीकी तकनीकी सत्र में डॉ चिंताहरण वेताल अध्यक्ष योग विभाग हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय उत्तराखंड ने कहा कि योग विज्ञान शरीर को व्यापक रूप से समझता है और उस में होने वाले विकृतियों को ठीक करने के लिए अष्टांग योग सूत्र के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करता है। रांची विश्वविद्यालय के शिक्षक मनोज सोनी ने कहा कि योग की क्रियाओं से बदलती मन स्थितियों पर काबू पाया जा सकता है। अंतिम सत्र में योग के प्रायोगिक स्वरूपों को बताने के लिए योग विभाग रांची विश्वविद्यालय के शिक्षक सौरव निलेश ने प्राणायाम कपालभाति, अंतःकरणी का अभ्यास कराया।