योगा वेलनेस सेंटर बनाने में देरी

योगा वेलनेस सेंटर बनाने में देरी

           आयुर्वेद चिकित्सा के साथ-साथ योग को बढ़ावा देने को केंद्र सरकार ने योगा वेलनेस सेंटर खोलने का फैसला किया था। सूबे में कानपुर नगर जिले के जामू एवं देहात के नौनापुर समेत 42 जिलों में सेंटर खोले जाने हैं। हालांकि परेशानी यह है कि जिले में सालभर से यूपीएसआइसी आउट सोर्सिग पर मैनपावर मुहैया नहीं करा रहा है। वहीं देहात में शासन से स्पष्ट निर्देश का इंतजार है।केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने योग के द्वारा रोग से मुक्ति की मुहिम के तहत देशभर के आयुर्वेदिक अस्पतालों में योगा वेलनेस सेंटर खोलने का निर्णय लिया था। कानपुर नगर में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, जामू एवं देहात के नोनापुर में वेलनेस सेंटर खोलने पर सहमति बनी। इन सेंटरों में कर्मचारियों की तैनाती और योग करने के लिए मैट समेत जरूरी सामग्री की खरीद को अलग से बजट आवंटित किया गया था।शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित की गई। इसके सदस्य सीडीओ, सीएमओ, एसडीएम सदर, क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी हैं। समिति की तीन बैठकों में योगा इंस्ट्रक्टर एवं योगा सहायक की तैनाती आउट सोर्सिग से करने का निर्णय लिया गया। मैनपावर के लिए उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम (यूपीएसआइसी) को पत्र लिखा गया। उसने आज तक योगा इंस्ट्रक्टर एवं योगा सहायक मुहैया नहीं कराए।वहीं कानपुर देहात जिले के राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय में वेलनेस सेंटर खोलने व मैन पावर की तैनाती को डीएम के पास फाइल भेजी है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश के लिए विशेष सचिव आयुष को पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। इस वजह से वेलनेस सेंटर का कार्य अटका हुआ है।

आयुर्वेद चिकित्सालय से होंगे रिफर

आयुर्वेद चिकित्सालय में इलाज को आने वाले वैसे मरीज जिनकी चिकित्सा योग के जरिये संभव होगी। चिकित्सक उन्हें योगा वेलनेस सेंटर रिफर करेंगे।